उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर से एटटीएस ने पाक की आईएसआई के एजेंट जियाउल हक को गिरफ्तार किया है।
खलीलाबाद रेलवे स्टेशन से यूपी एटीएस ने एक आरोपी को अपने कब्जे में लिया। जो सेना से जुड़ी गोपनीय जानकारियां आईएसआई को भेजता था। पुलिस महानिरीक्षक यूपी एटीएस के द्वारा आरोपी के गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का पुरस्कार भी घोषित किया गया था।
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश एटीएस ने वर्ष 2023 में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के कहने पर भारतीय सेना से जुड़ी महत्वपूर्ण गोपनीय सूचनाएं भेजने और पाकिस्तान स्थित आईएसआई के हैंडलर्स को इसके एवज में भिन्न-भिन्न अवैध खातों का प्रयोग करके पैसे भेजने वाले आपराधिक, देश विरोधी संजाल को ध्वस्त करते हुए थाना एटीएस लखनऊ पर केस दर्ज हुआ था।
मामले में अमृत पाल सिंह उर्फ अमृत गिल, इजहारुल हुसैन तथा रियाजुद्दीन को गिरफ्तार किया गया था। अभियोग की विवेचना व गिरफ्तार अभियुक्तों से हुई पूछताछ के बाद एक अन्य नाम जियाउल हक पुत्र स्वर्गीय शेख फकरे आलम निवासी वार्ड नंबर एक जैकटिया थाना मझौलिया जिला पश्चिमी चंपारण बिहार का नाम प्रकाश में आया।
अभियुक्त जियाउल हक सीधे तौर पर पाकिस्तानी एजेंटों के संपर्क में था और खुद की पहचान छिपाने के लिए नेपाल के सिम से व्हाट्सअप अकाउंट बनाकर पुलिस को चकमा देता था। पाकिस्तान में बैठे आईएसआई के एजेंट्स के कहने पर पैसे भेजने के लिए विभिन्न खाता धारकों की व्यवस्था करना व उसमे आपराधिक कृत्यों द्वारा एकत्र किए गए श्रम को डलवाकर आईएसआई को सूचनाएं देने वाले भारतीय स्रोतों को वितरित करने की जिम्मेदारी जियाउल हक की होती थी।
मार्च 2023 में पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्त रियाजुद्दीन के खाते में साइबर फ्राड से एकत्रित कुल 70 लाख रुपये जमा किए गए। जिसे विभिन्न खातों में स्थानांतरित कर निकाल लिए गए। जिसके संबंध में जांच की चल रही थी। अभियुक्त जियाउल हक की गिरफ्तारी के लिए एटीएस की टीम लगातार प्रयासरत थी। इसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस महानिरीक्षक एटीएस उत्तर प्रदेश ने 50,000 रुपये का ईनाम भी घोषित किया था।
एटीएस को सूचना प्राप्त हुई कि उपरोक्त वांछित इनामिया अभियुक्त जियाउल हक इस समय उत्तर प्रदेश की सीमा में छिपा हुआ है और कहीं भागने की फिराक में है। इस सूचना को पुष्ट करते हुए इलेक्ट्रानिक एवं भौतिक सर्विलान्स से जियाउल हक को खलीलाबाद रेलवे स्टेशन से एटीएस की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। पूर्व में ही अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए न्यायालय द्वारा गैर जमानतीय गिरफ्तारी अधिपत्र जारी किया गया था। एटीएस गिरफ्तार अभियुक्त को न्यायालय प्रस्तुत कर जेल भेज रही है।
ब्रिटिश मौलाना पर भी लगा था आईएसआई के संपर्क में होने का आरोप
संतकबीरनगर। जिले के रहने वाले ब्रिटिश मौलाना शमशुल होदा खान पर भी आईएसआई के संपर्क में होने का आरोप लगा है। यही नही उसके मदरसे में भी पाकिस्तानी फंडिग की शिकायत हुई। मामले में डीएम कोर्ट के आदेश पर तहसील प्रशासन ने मौलाना की संपत्ति को सीजकर लिया। दोहरी नागरिकता के बाद खरीदी गई सपत्ति को सरकारी घोषित कर दिया गया है। पुलिस ने मामले में केस दर्जकर विवेचना शुरुकर दी है। इसके बाद भी अभी तक मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई।