दिल्ली में चलाए गए व्यवस्थित मतदाता शिक्षा और चुनावी भागीदारी की मदद से युवा मतदाता की संख्या तेजी से बढ़ी है। 22 जनवरी को प्रकाशित अंतिम मतदाता सूची में दिल्ली में पहली बार मतदाताओं की संख्या एक लाख से अधिक बढ़ी है।
दिल्ली में चलाए गए व्यवस्थित मतदाता शिक्षा और चुनावी भागीदारी (एसवीईईपी) की मदद से युवा मतदाता की संख्या तेजी से बढ़ी है। 22 जनवरी को प्रकाशित अंतिम मतदाता सूची में दिल्ली में पहली बार मतदाताओं की संख्या एक लाख से अधिक बढ़ी है। नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक मतदान सूची में पहली बार नामांकित मतदाताओं की संख्या 1,47,074 से बढ़कर करीब 2.43 लाख हो गई है। सीईओ ने उम्मीद जताई है कि पूरक मतदाता सूची के प्रकाशन के बाद अंतिम आंकड़ा करीब 2.5 लाख तक बढ़ जाएगा।
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी. कृष्णमूर्ति के मुताबिक चुनाव पाठशाला (11,458), चुनावी साक्षरता क्लब (स्कूल-1003 और कॉलेज-119) और मतदाता जागरूकता मंच (192) सहित व्यापक भागीदारी पहल के माध्यम से इस बढ़त देखने को मिली। दिल्ली में स्वीप गतिविधियां बड़े पैमाने पर आयोजित की गई हैं। इसमें विभिन्न जिलों में नुक्कड़ नाटक, ड्राइंग प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता, स्लोगन प्रतियोगिता, पेंटिंग प्रतियोगिता और मतदाता जागरूकता रैलियां सहित अन्य शामिल हैं। इन गतिविधियों ने न केवल जागरूकता को बढ़ावा दिया है, बल्कि युवा मतदाताओं में जिम्मेदारी और भागीदारी की भावना भी पैदा की है।