इलाके के महुआडाबर गांव में रविवार रात चाची से नाराज चाचा के साथ मजाक में भतीजी ने भी जहर खा लिया। गंभीर हालत में उन्हें मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जानकारी के अनुसार, खजनी के महुआडाबर गांव निवासी करन (34) का पत्नी से विवाद चल रहा था। पत्नी राजकुमारी कई दिनों से मायके में रह रही थी। 19 मई को बेलीपार देवकली गांव स्थित पत्नी के मायके करन गया था। करन के तीन भाई हैं। सभी अलग-अलग रहते हैं। वहां से लौटने के बाद करन अपने छोटे भाई हरिशचंद के घर रात आठ बजे खाना खाने गया। वहां पर उसकी मां और बड़े भाई जयप्रकाश, जो बंगलूरू में काम करते हैं, उनकी 18 साल की बेटी संजना मौजूद थी।
पुलिस ने बताया कि करन छोटे भाई के घर बाहर बाग में बैठकर शराब पी रहा था। इसी दौरान वह एक डिब्बे से जहरीला पदार्थ निकाला और खा लिया। यह देखकर उसकी भतीजी ने पूछा कि चाचा क्या खा रहे हैं। इस पर करन ने बोला कि जहर खा रहे हैं। संजना को लगा कि चाचा मजाक कर रहे हैं, उसने भी एक गोली खा ली। इसके बाद दोनों की तबीयत बिगड़ने लगी।
दोनों के मुंह से झाग निकलता देख परिवार के लोग उन्हें मेडिकल कॉलेज ले गए। वहां रात में 11 बजे डॉक्टरों ने दोनों को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी संजना के पिता को दी गई। वह बंगलूरू से गोरखपुर के लिए निकल चुके हैं। वहीं, पूरे दिन गांव में इस घटना को लेकर चर्चा होती रही। पति की मौत की सूचना मिलते ही मायके से पत्नी राजकुमारी बच्चे रतन (6) और कार्तिक (5) के साथ मेडिकल कॉलेज पहुंची।