भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी, ग्राम पंचायत लालापुर की नालियाँ व इंटरलाकिंग सड़क l बताते चले कि ग्राम प्रधान की मनमानी, और ग्राम विकास अधिकारी की जिद की वजह से आंसू बहा रही इंटरलाकिंग की टूटी फूटी नालियाँ lनिघासन की ग्राम पंचायत लालापुर मे गांव की इंटरलाकिंग अपनी दुर्दशा पर आँसू बहा रही है l
जहाँ सरकार पानी की तरह पैसा बहा रही है जिससे गांव मे भी शहरो जैसी सुविधाएं देने मे कोई कोर कसर नहीं छोड़ती है वहीं चंद्र छुद्र राजनीति की वजह से विकास कार्य धरा का धरा रह गया l लाख प्रयास करने के बाद भी जिम्मेदार लोगों के कान मे जूँ तक नहीं रेगती l गांव की समस्या के सम्बन्ध मे ग्राम विकास अधिकारी विनय मौर्या से भी कई बार बताया गया,खंड विकास अधिकारी जयेश सिंह से भी बताया गया l ग्राम प्रधान प्रदीप चौधरी ने पिछले तीन वर्षो से आश्वासन दे रहे हैं लेकिन निष्कर्ष जीरो ही रहा l जिम्मेदार लोगों का मानना हैं, ज़ब समय आएगा तभी बनेगा आखिर भ्रष्टाचार में सब गोलमाल हो जाता हैं lसरकार की सारी योजनाओं का लाभ गांव तक पहुंच ही नहीं पाता l ग्रामीण सरकार को जिम्मेदार ठहराते रहते हैं l ग्राम लालापुर का विकास कुछ इस तरह हैं जिसकी लाठी उसकी भैंस बताते चले की यहां का विकास कार्य वोट की राजनीति के आधार पर निर्भर हैं l
करीब चार वर्ष पूर्व ग्राम प्रधान दामोदर प्रसाद वर्मा ने काफ़ी विकास किया था जिससे की गांव की स्थिति बेहतर हो गई थी लेकिन जबसे प्रदीप चौधरी ने कमान संभाली हैं तबसे नालियाँ सड़के अपनी दुर्दशा पर आंशू बहा रही हैं l लाख प्रयास करने पर अगर सफाई करवाते भी हैं तो सारी गंदगी सड़को पर डाल देते हैं जिससे अनेक प्रकार की बीमारियों को दावत देती हैं l सबसे शर्मनाक यह हैं कि झूठ बोलकर टाल देते हैं कि कार्य योजना में पड़ी हैं सरकार की मंशा पर पानी फेरने का काम करते हैं जिम्मेदार लोग l दैनिक समाचार पत्र में लगातार खबर प्रकाशित होने पर भी जिम्मेदार हैं मौन l