मुरादाबाद। जनपद में हुए शराब कांड को लेकर तीन सदस्यीय कमेटी ने जांच की, जिसमें फूड प्वाइजनिंग से मौत होने की बात सामने आ रही है। मामले में पोस्टमार्टम तो नहीं हुआ लेकिन अन्य स्थितियों के आधार पर जांच की गई।
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थाना मझोला क्षेत्र के मीरपुर इलाके के रहने वाले महेश (40), सुंदर लाल (48), विक्की (35 ), प्रीतविहार निवासी चंद्रपाल सैनी (55) और भोगपुर निवासी संदीप उर्फ दीपू (25) ने 14 सितंबर को थाना सिविल लाइन क्षेत्र में आदर्श काॅलोनी में शराब पी थी। परिजनों का दावा है कि शराब पीने के बाद शनिवार रात चंद्रपाल की हालत बिगड़ी और रविवार को उसकी मौत हो गई थी। अलगे दिन सोमवार को विक्की और महेश की मौत हो गई थी। बाद में सुंदरलाल और संदीप उर्फ दीपू ने दम तोड़ दिया था। परिवार वालों ने बिना पुलिस को सूचना दिए चोरी छिपे अंतिम संस्कार कर दिया था। गुरुवार को जब इसका पता चला तो पुलिस-प्रशासन हरकत में आ गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल खुद भारी भरकम टीम के साथ आदर्श काॅलोनी पहुंच कर घंटो चेकिंग किए थे। इस दौरान सैकड़ों लीटर लहन नष्ट कराया गया था। कई भट्टियां तोड़ी गई थीं। अब पुलिस ने आदर्श काॅलोनी में और सख्ती बढ़ा दी है। इसके बाद से क्षेत्र में ज्यादातर नशे का धंधा करने वाले घरों से भाग गए हैं।
इसके बाद जिलाधिकारी अनुज कुमार सिंह व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने मामले में तीन सदस्यीय कमेटी गठित की थी। जिसमें जिला आबकारी अधिकारी महेंद्र पाल, सिटी मजिस्ट्रेट किंशुक श्रीवास्तव और पुलिस क्षेत्राधिकारी सिविल लाइन्स अर्पित कपूर शामिल थे। कमेटी ने मौके पर पहुंचकर परिजनों से बात की और शराब पीने से लेकर उनके भोजन तक की जानकारी ली। कमेटी ने संयुक्त रूप से कहा कि इस मामले में फूड प्वाइजनिंग का मामला सामने आया है। शराब पीने वालों ने चिकेन खाया था। यह जानकारी मिली है कि चिकेन में कुछ गड़बड़ी थी। परिजनों से बातचीत के आधार पर कहा कि जितने लोगों की मौत हुई है, वे शराब पीकर आए उनको उल्टियां हुईं। अलग-अलग तिथियों में मौतें हुई हैं। कमेटी ने तर्क दिया कि अगर शराब जहरीली होती तो ज्यादा संख्या में मौतें होतीं। एक दिन में मौतें नहीं हुईं। शराब पीने के बाद अलग-अलग अतंराल में मौत हुई है।
जिलाधिकारी अनुज कुमार सिंह ने कहा कि जिन लोगों की मौत हुई वह जहरीली शराब से नहीं हुई है। इसमें फूड प्वाइजनिंग का मामला सामने आया है। अगर शराब जहरीली होती तो ज्यादा लोगों की मौत होती। जबकि अलग-अलग एक अंतराल में मौतें हुई हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने कहा कि हमारी टीमें लगातार आदर्श कालोनी में कच्ची शराब और नशे के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए छापेमारी कर रही हैं। कई लोगों को पकड़ कर जेल भी भेजा जा चुका है, जो भी इस तरह के धंधे में लिप्त हैं। उनके खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है। नशे का धंधा जड़ से खत्म कराने के लिए पुलिस काम कर रही है। पुलिस अधीक्षक नगर कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि एक-एक सब इंस्पेक्टर और चार-चार सिपाहियों की कई टीम आदर्श कालोनी के लिए तैनात की गई है। यह टीम 12-12 घंटे आदर्श कालोनी में नियमित रूप से गश्त और चेकिंग करेगी। कालोनी में सीसीटीवी कैमरों से भी नजर रखी जा रही है।