मुरादाबाद: तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी ने लीडरशिप टॉक सीरीज का छठा सत्र आयोजित किया, जिसमें द कंप्लीट हयूमनिस्ट पर टीईडीएक्स एवम् जोश टॉक स्पीकर मिस स्वर्निल कौर और अमहा ऑर्गेनाइजेशन की सीनियर कंसलटेंट साइकोलॉजिस्ट मिस महती चन्द्रशेखर ने अपने विचार साझा किए।
प्रमुख बातें:
- आत्म सुधार पर बल: प्रो. मंजुला जैन ने कहा कि दूसरों पर दोषारोपण करने की बजाय आत्म सुधार पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
- स्मार्ट गोल को आत्मसात करें: महती चन्द्रशेखर ने स्टुडेंट्स को स्मार्ट गोल्स को अपनाने की सलाह दी।
- संवाद में एबीसी की भूमिका: स्वर्निल कौर ने संवाद में एपीयरेंस, बिहेवियर, कैरेक्टर और कम्युनिकेशन (एबीसी) के महत्व पर जोर दिया।
कार्यक्रम का सारांश:
मिस महती चन्द्रशेखर ने कहा कि उच्च शिक्षा में स्टुडेंट्स को आंतरिक और बाह्य दबावों का सामना करना पड़ता है, जिससे डिप्रेशन का खतरा बढ़ सकता है। उन्होंने टाइम मैनेजमेंट और आत्म मूल्यांकन के महत्व को रेखांकित किया।
मिस स्वर्निल कौर ने सपनों को विजुएलाइज करने और अपनी भावनाओं को समझने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने जर्नलिंग, मेडिटेशन और सेल्फ रिफलेक्शन के माध्यम से आत्म विकास पर भी चर्चा की।
अंत में:
कार्यक्रम का संचालन डॉ. नेहा आनंद ने किया, और सभी प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह एवं सर्टिफिकेट प्रदान किए गए। इस अवसर पर कॉलेज के अन्य संकाय सदस्य भी उपस्थित रहे, जिन्होंने इस कार्यक्रम की सफलता में योगदान दिया।
यह कार्यक्रम छात्रों को प्रेरित करने और उनके मानसिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ।