कानपुर: विश्व शांति सेवा समिति द्वारा मोतीझील में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के समापन पर शनिवार को एक विशाल सनातन यात्रा का आयोजन किया गया। कथा के प्रमुख कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज और अरुण चैतन्यपुरी के नेतृत्व में यह यात्रा बड़ी धूमधाम से निकाली गई, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। इस यात्रा के दौरान सनातन बोर्ड बनाए जाने की मांग को लेकर आह्वान किया गया।
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कथा स्थल से निकली इस यात्रा में सबसे प्रमुख आकर्षण था 101 मीटर लंबा एक विशाल बैनर, जिसे श्रद्धालु उत्साह के साथ यात्रा के सबसे आगे ले कर चल रहे थे। बैनर पर “सनातन बोर्ड बनाए जाने की मांग” का संदेश स्पष्ट रूप से लिखा हुआ था। यह यात्रा मोतीझील से शुरू होकर बेनाझाबर, हर्ष नगर, अशोक नगर होते हुए वापस कथा स्थल तक पहुंची। यात्रा के दौरान यात्रा में शामिल लोग सनातन धर्म और धार्मिक एकता के समर्थन में नारे लगा रहे थे।
देवकीनंदन ठाकुर जी ने इस दौरान अपने संबोधन में सनातन धर्म की महिमा और एकता की बात की, साथ ही उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से एकजुट होकर सनातन धर्म की प्रतिष्ठा को बनाए रखने का आह्वान किया। उनके साथ अरुण चैतन्यपुरी जी ने भी लोगों को संबोधित किया और यात्रा के माध्यम से सनातन धर्म की महत्वपूर्ण धरोहरों को बचाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया।
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यात्रा के दौरान लोगों में जोश और उत्साह का माहौल था। यह यात्रा सिर्फ धार्मिक यात्रा नहीं थी, बल्कि एक सामाजिक और सांस्कृतिक जागरूकता का प्रतीक बन गई। यात्रा के आयोजन का मुख्य उद्देश्य सनातन धर्म की शिक्षा, संस्कारों और परंपराओं को सम्मान देना और एक सनातन बोर्ड के गठन की आवश्यकता को उजागर करना था।
कथा के समापन के बाद, यात्रा के आयोजनकर्ताओं ने श्रद्धालुओं को धन्यवाद दिया और भविष्य में इसी तरह के और कार्यक्रमों के आयोजन की योजना का भी उल्लेख किया, जिससे कि सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार में और सहायता मिल सके।