वाशिंगटन/नई दिल्ली। मुंबई हमलों का मास्टर मांइड भारत लाया जायेगा। अमेरिकी सुप्रीमकोर्ट ने इस बाबत मंजूरी दे दी है। तहव्वुर राना नाम का यह मास्टर मांइंड 26/11 के हमले में भारत में वांछित है। तत्कालीन सरकार ने काफी प्रयास किए तो 2008 में ताज होटल पर विदेशी और भारत के नागरिकों को बंधक बनाने। कई जगहों पर भारी गोली बारी करने के आरोप में कई आतंकी सुरक्षा बलों के हाथों मारे गये या गिरफ्तार हो गये।

फिर भी तहव्वुर राना नाम का यह मास्टर मांइंड अमेरिका पहुंचने में सफल हो गया। अमेरिकी कोर्ट ने उसे भारत प्रत्यर्पित करने का आदेश दे दिया। तहव्वुर राना के वकीलों ने इस आदेश की समीक्षा के लिए अर्जी लगाई थी। यह याचिका वहां की सुप्रीम कोर्ट से आखिर खारिज हो गई। अब तहव्वुर राना को भारतीय सुरक्षा बलों के हवाले कर दिया जायेगा। भारत लाने के बाद उसके ऊपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि अमेरिका के एफबीआई ने राणा को साल 2009 में शिकागो से गिरफ्तार किया था। वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के एजेंट के तौर पर भारत में काम कर रहा था।
हमले के मेन मास्टर माइंड डेविड कोलमैन हेडली को राणा ने ही हमले की साजिश रचने, रेकी करने में मदद की थी। जिसके सबूत भारत ने अमेरिका की कोर्ट में पेश किए थे, जिनमें राणा की संलिप्तता साफ दिखाई दी थी। भारत और अमेरिका के बीच प्रत्यर्पण संधि में ‘नॉन बिस इन आइडेम’ एक अपवाद है। लेकिन अमेरिकी कोर्ट ने माना कि राणा पर भारत में लगे आरोप अलग हैं, इसलिए ‘नॉन बिस इन आइडेम’ नियम लागू नहीं होगा।