पुलिस लाइन में सड़क हादसे में मृतक दारोगा को श्रद्धांजलि देते पुलिस अधीक्षक व अन्य
उपनिरीक्षक राकेश सिंह की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया
बछरावां (रायबरेली)। उपनिरीक्षक राकेश सिंह की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। पत्नी समेत अन्य परिजन जहां दहाड़े मारकर रो रहे थे, वहीं कह रहे थे कि चुनाव बाद घर आने की बात कही थी। यह सब कैसे हो गया। साथी पुलिस कर्मी परिजनों को ढांढस बंधाते रहे, लेकिन दरोगा की मौत से अपनों के आंसू बंद नहीं हो रहे थे।
मृतक दरोगा राकेश सिंह बछरावां कोतवाली में करीब आठ माह से तैनात थे। मूलरूप से वह जौनपुर जनपद रामनगर गांव के रहने वाले थे, लेकिन 10 वर्षों से बाराबंकी जनपद के हैदरगढ़ कस्बे में घर बनाकर परिवार समेत रहते थे। दरोगा की दो साल नौकरी बची थी। उनके दो बेटे हैं। बड़ा बेटा दीपक सिंह इंजीनियर हैं। छोटा बेटा शुभम सिंह लखनऊ में रहकर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। बेटी साक्षी सिंह हैदरगढ़ में कक्षा 12 में पढ़ाई कर रही है। मृतक राजेश की हाल ही में ड्यूटी चुनाव में एसएफटी टीम के साथ लगाई गई थी। मौत की खबर पर परिजन मौके पर पहुंचे और शव देखते ही बिलख पड़े।
एसपी ने दरोगा के पार्थिव शरीर को दिया कंधा
सड़क हादसे में दरोगा की मौत से पुलिस अफसरों व पुलिस कर्मी भी गमगीन दिखे। पोस्टमार्टम के बाद दरोगा का पार्थिव शरीर पुलिस लाइंस ले जाया गया। पुलिस लाइंस में पुलिस अधीक्षक अभिषेक कुमार अग्रवाल के अलावा अन्य पुलिस कर्मियों ने दरोगा के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद एसपी ने पार्थिव शरीर को कंधा दिया। इस दौरान सभी की आंखें भर आईं। एसपी ने कहा कि दुख की इस घड़ी में हम सब पीड़ित परिवार के साथ हैं। परिवार की हर संभव मदद की जाएगी।