Unnao : ग्रामीणों में चर्चा है की युवक की किसी वजनी हथियार से हत्या की गई और उसे हादसे का रूप देने के लिए शव को झोपड़ी में डालकर आग लगा दी। मृतक के छोटे भाई ओम ने बताया कि कस्बा में बस्ती के बीच 12 बिस्वा पुश्तैनी जमीन को लेकर कस्बे के ही एक परिवार से विवाद चल रहा था।
उन्नाव जिले में हसनगंज कोतवाली क्षेत्र के न्योतनी नगर पंचायत से 800 मीटर दूर आम के बाग में झोपड़ी बनाकर रह रहे युवक की हत्या करके शव को झोपड़ी में डालकर आग लगा दी गई। सुबह खेत की ओर गए ग्रामीणों ने झोपड़ी में चारपाई पर अधजला शव देखा। सूचना पर एएसपी और सीओ पहुंचे।
मृतक के सिर में पीछे की तरफ चोट है। खोजी कुत्ता घटनास्थल से 300 मीटर दूर न्योतनी कस्बा जाने वाले मार्ग तक गया। तीन स्थानों पर खून फैला मिला है। भाई ने जमीन के विवाद में हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने न्योतनी कस्बा निवासी दो लोगों को पूछताछ के लिए उठाया है, जिनसे मृतक का जमीन का विवाद चल रहा था।
हसनगंज कोतवाली के कस्बा न्योतनी के मोहल्ला गांधीनगर निवासी सुशील मौर्य (35) दस साल से कस्बा से 800 मीटर दूर अपनी आम की बाग में झोपड़ी बनाकर रह रहा था। शुक्रवार सुबह झोपड़ी के पास खून और झोपड़ी में आग लगी देख ग्रामीण पहुंचे तो सुशील का अधजला देखा। गांव वालों की सूचना पर पुलिस पहुंची और जांच की।
हादसे का रूप देने के लिए शव को जलाया
ग्रामीणों में चर्चा है की युवक की किसी वजनी हथियार से हत्या की गई और उसे हादसे का रूप देने के लिए शव को झोपड़ी में डालकर आग लगा दी। एएसपी प्रेमचंद्र और सीओ संतोष सिंह भी मौके पर पहुंचे। भाई की हत्या की सूचना पर बड़ी बहन सावित्री, गायत्री और लखनऊ में रह कर पढ़ने वाला सबसे छोटा भाई ओम मौर्य भी पहुंचा।
15 दिन पहले पिता का भी मिला था शव
ओम ने बड़े भाई की हत्या कर शव जलाने का आरोप लगाया। उसने पुलिस को बताया कि कस्बा में बस्ती के बीच 12 बिस्वा पुश्तैनी जमीन को लेकर कस्बे के ही एक परिवार से विवाद चल रहा था। एक साल पहले पिता ने मुकदमा जीत लिया था। इसके बाद भी कब्जा नहीं मिल पाया है। 15 दिन पहले पिता रामपाल मौर्य का भी कस्बे के मुख्य मार्ग पर लहूलुहान शव मिला था।
अधजला शव जली झोपड़ी में पड़ा मिला
सड़क हादसे की आशंका में कोई कार्रवाई नहीं की। भाई खेती के अलावा कस्बे के ही मोहसिन के यहां कंपोजिट खाद बनाने का काम करता था। एएसपी ने बताया कि युवक का अधजला शव जली झोपड़ी में पड़ा मिला है। घटना की जांच की जा रही है। परिजनों ने जिन पर शक जताया है, उनसे भी पूछताछ की जा रही है। एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना ने बताया कि घटना में अबतक की जांच जो बिंदु सामने आए हैं, वह हत्या की ओर ही इशारा कर रहे हैं। घटना किसने और क्यों की इसकी जांच की जा रही है।
15 साल पहले छोड़कर चली गई थी पत्नी
बड़ी बहन सुशीला ने बताया कि भाई सुशील की बीस साल पहले शादी हुई थी। आए दिन विवाद होने से उसकी पत्नी 15 साल पहले भाई को छोड़कर मायके पामा राजाबाग चली गई थी। बाद में उसने पति पर दहेज प्रथा का केश भी लगाया था। इसमें भाई को तीन साल की सजा हुई थी। तीन साल सजा काटने के बाद वह जेल से छूटकर आया था।
न्यायालय के आदेश पर एक साल पहले मिली पुश्तैनी जमीन, नाप अब तक नहीं
मृतक सुशील की पुश्तैनी जमीन को लेकर वक्फ बोर्ड से न्योतनी निवासी गोलू, गुड्डू और पप्पू से हसनगंज तहसील में कई साल से मुकदमा चल रहा था। एक साल पहले मुकदमा सुशील के पक्ष में आया था। लेकिन राजस्व कर्मियों को इतना समय नहीं मिला कि वह जमीन की नाप कर सकें। इसलिए वह अब तक मकान नहीं बनवा पाया।
150 मीटर दूर कुएं में मिले दोनों पालतू कुत्ते
मृतक सुशील मौर्य की झोपड़ी से करीब 150 मीटर दूर दस फीट का गहरा सूखा कुआं हैं। उसी में मृतक के दो पालतू कुत्ते जिंदा मिले हैं। ग्रामीणों की मदद से दोनों को बाहर निकाला गया। वह दोनों कुत्ते मृतक के हैं। इससे यह साफ जाहिर होता है कि घटना से पहले कुत्तों को उसमें फेंका गया ताकि आवाज न हो सके।